मई में इन राज्यों
पर बरपा कोरोना का कहर, महाराष्ट्र में हुईं रिकॉर्ड तोड़ मौतें
कोरोना की दूसरी लहर
का कहर भारत के लोग कभी नहीं भूल पाएंगें. सालों तक श्मशान घाट पर जलने वाली
चिताएं और गंगा किनारे ढेर लगे शव इस महामारी के कहर की गवाही देते रहेंगें.
अप्रैल के महीने में इस महामारी ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में लिया. कुछ सही
हुए तो कुछ लोगों का पूरा संसार उजाड़ गया. वहीं बात मई महीने की जाए तो देश में इस
महीने में कोरोना केसेस में उतार-चढ़ाव देखा गया. महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में मई में कोरोना ने काफी उत्पात मचाया.
धीरे-धीरे कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आ रही है. वहीं बात देश की
राजनीति, संस्कृति और ऐतिहासिक रूप से अहम भूमिका निभाने वाले उत्तर प्रदेश की जाए
तो यहां कोरोना
का दायरा सिमट रहा हैं और कोरोना मरीजों का ग्राफ धीरे-धीरे नीचे आ रहा है. आंकड़ों की बात की जाए तो मई के पहले हफ्ते में
कोरोना केसेस 28076 सामने आए और धीरे-धीरे 31 मई तक ये आंकड़ा 1432 तक पहुंच गया.
वहीं मौतों की बात की जाए तो लगभग 2 हजार से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई. मई में
सक्रिय केसेस की संख्या 80 प्रतिशत कम रही.
मई
महीने में सबसे अधिक महाराष्ट्र में तबाही हुई है. यहां मई में अब तक की सबसे अधिक
26,531
मौतों की सूचना दी, जो अब तक राज्य में कोरोना से हुई सभी मौतों का 28% थी. मौजूदा समय में महाराष्ट्र में मृत्यु दर 1.7%
है. कुल जांच के मुकाबले पॉजिटिव मरीजों की संख्या 0.88% रह गई है.
मई
में कर्नाटक में 47,930 केसेस दर्ज किए गए और 13,632 लोगों की मौतें हुईं. वहीं 29 हजार से
ज्यादा लोग ठीक हुए. इसके बाद तमिलनाडु में 27,930 एक्टिव केसेस और 10,186 लोगों की मौतें हुई हैं. वहीं 18
हजार से अधिक लोग ठीक हुए.
पूरे
देश में कोरोना को मात देने के लिए वैक्शीनेशन का काम तेजी से किया जा रहा है. आने
वाले दिनों में ज्यादातर लोगों को वैक्सीन लग जाएगी और देश में संक्रमण की दर ना
के बराबर हो सकती है.
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