इंटरनेशनल क्रिकेट में धाक जमाने वाले वीरेंद्र सहवाग का आज हैप्पी
बर्थडे है. 20 अक्टूबर 1978 को जन्मे वीरू ने क्रिकेट की दुनिया में कई झंडे
गाड़े, जो आज भी मस्त होकर लहरा रहे हैं. भले ही सहवाग के विस्फोटक शॉट्स क्रिकेट
मैदान में देखने को मिलें, लेकिन वीरू अपने ट्वीट से सबको हिट करते रहते हैं.
सहवाग ने पहला वनडे 1999 में और पहला टेस्ट मैच 2001 में खेला. क्रिकेट
की दुनिया में कदम रखने के बाद सहवाग को कई नामों से बुलाया जाने लगा. वीरू के
फैंस उन्हें मुल्तान का सुल्तान, नफजगढ़ का सुल्तान के नामों से बुलाते हैं. सहवाग
ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए और तोड़े हैं. वीरू ने आखिरी मैच मार्च 2013
में खेला था.
वीरू के सदाबहार करियर पर नजर डाली जाए तो 104 टेस्ट और
251 वनडे मैच खेले. सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में 47.34 के औसत और 82.34 के स्ट्राइक
रेट से 8586 रनों के साथ ही वनडे क्रिकेट में 35.05 की औसत और 104.33 के धमाकेदार
स्ट्राइक रेट से 8273 रन जोड़े.
वैसे तो वीरू ने कई विस्फोटक रिकॉर्ड बनाए हैं. लेकिन इन रिकॉर्ड का
जिक्र ना हो तो बेइमानी होगी वीरू के फैंस से.
दो तिहरे शतकों के लिए आज भी याद किया जाता है
वे अकेले ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं, जिनके नाम यह रिकॉर्ड दर्ज है. दुनिया
में केवल चार ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अपने करियर में दो-दो तिहरे
शतक जड़े हैं.
सहवाग ने एक तिहरा शतक 28 मार्च 2004 को को
पाकिस्तान के मुल्तान टेस्ट के दौरान जड़ा था, जिसने उन्हें ‘मुल्तान
का सुल्तान’ बना दिया था. इस तिहरे शतक में सहवाग ने 309
रनों की पारी खेली थी.
इसके अलावा 2008 में सहवाग ने जो तिहरा शतक
जड़ा था, उसमें उन्होंने 319 रनों की पारी खेली थी. 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई के एम
चिदंबरम स्टेडियम में सहवाग ने 319 रनों की पारी में 42 चौके और 5 छक्के लगाए थे.