तारीख पे तारीख... तारीख पे तारीख... सनी देओल की फिल्म दामिनी का ये डॉयलॉग
निर्भया केस पर बिल्कुल फिट बैठ रहा है, जिस तरह फिल्म में जज साहब एक लड़की को इंसाफ
देने में तारीखें देते जा रहे थे. वैसे ही रियल लाइफ में निर्भया के दोषियों की
फांसी हर बार टाली जा रही है. एक बार फिर फांसी की सजा की तारीख का ऐलान किया गया
है.
निर्भया के दोषियों अक्षय सिंह, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा को 2013
में फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सजा सुनाए जाने के बाद इन दरिंदों की फांसी
की नौबत ही नहीं आ पा रही. वहीं इनके लिए दया की गुजारिश की जा रही है.
निर्भया के दोषियों का नया डेथ वारंट जारी किया गया है. इससे पहले तीन बार
फांसी की तारीख का ऐलान हो चुका है, लेकिन कोई न कोई याचिका उस रात हुई हैवानियत
पर एक और पर्दा डाल जाती है.
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने इस बार फांसी
की सजा की तारीख 20 मार्च रखी है. सुबह 5.30 बजे फांसी दी जाएगी. इससे पहले 22
जनवरी, 1 फरवरी और 3 मार्च के लिए डेथ वॉरंट जारी किया गया था.
एक बार फिर निर्भया की मां के चेहरे पर तसल्ली
की मुस्कान आई है कि इस बार तो बेटी को इंसाफ मिलेगा. क्योंकि चारों दोषियों के सभी कानूनी पैतरे खत्म हो चुके हैं. राष्ट्रपति रामनाथ
कोविंद ने बुधवार को पवन की दया याचिका खारिज कर दी थी. अन्य तीनों दोषियों की दया
याचिका राष्ट्रपति पहले ही खारिज कर चुके हैं.
16 दिसंबर 2012 की उस काली रात की चीखें आज भी लोगों के
कानों में गूंजती है. ना जाने सरकार ने कितने महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम कर डाले,
लेकिन बलात्कार और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का सिलसिला आज भी जारी है.
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