18 सितंबर को अफगानिस्तान बनाम श्रीलंका मुकाबले के दौरान डुनिथ के पिता सुरंगा वेल्लालेज का निधन हो गया। मैच खत्म होने के बाद उन्हें यह दुखद खबर दी गई। टीम के कोच सनथ जयसूर्या और साथियों ने इस मुश्किल वक्त में डुनिथ को सांत्वना और ढांढस बंधाया।
अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद वह वापस लौट आए और आज बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले खेलेंगे।
पिता को खोने का गम किसी भी चीज से बड़ा है। लेकिन उसे दिल में समेटकर अपने देश और खेल के लिए आगे बढ़ना ही सच्चा ट्रिब्यूट है।
ये एक ऐसा उदाहरण है जो दिखाता है कि खेल में कितनी ताकत, सम्मान और धैर्य है। जो अहंकार और जीत से परे है। खेल हमें यही सिखाता है। खेल एक ऐसी दुनिया बनाता है जहां सब बराबर हैं, न जाति का भेद, न धर्म की दीवार, न किसी देश की सीमाएं। और जहां इंसानियत सबसे बड़ी पहचान है।
असली खिलाड़ी वही है जो हर परिस्थिति में संयम और समर्पण बनाए रखे।
दुनिथ और परिवार को इस दुख से उबरने की ताकत मिले और वह जीवन में आगे बढ़ें।